राष्ट्रीय सेवा योजना


Subject 1 राष्ट्रीय सेवा योजना परिचय उद्देश्य एवं विशेषताएँ

            राष्‍ट्रीय सेवा योजना (National Service Scheme-NSS) राष्‍ट्र की युवाशक्ति के व्‍यक्‍तित्‍व विकास हेतु युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा संचालित एक सक्रिय कार्यक्रम है।[1] इसके गतिविधियों में भाग लेने वाले विद्यार्थी, समाज के लोगों के साथ मिलकर समाज के हित के कार्य करते है। साक्षरता संबंधी कार्य, पर्यावरण सुरक्षा, स्‍वास्‍थ्‍य एवं सफाई आपातकालीन या प्राकृतिक आपदा के समय पीड़ीत लोगों की सहायता आदि। विद्यार्थी जीवन से ही समाजपयोगी कार्यों में रत रहने से उनमें समाज सेवा या राष्‍ट्र सेवा के गुणो का विकास होता है। हर वर्ष सबसे अच्छे स्वयंसेवकों को इंदिरा गांधी एनएसएस पुरस्कार से भारत के राष्ट्रपति के द्वारा सम्मानित किया जाता है।

राष्ट्रीय सेवा योजना का मुख्य उद्देश्य गरीबी, अशिक्षा, अस्वस्थता, अव्यवस्था, और अपराध को कम करना है। इसके माध्यम से राष्ट्रीय विकास के लिए समान अवसर प्रदान किए जाते हैं, विभिन्न वर्गों की समानता को प्रोत्साहित किया जाता है, और गरीब और पिछड़े वर्गों की स्थिति में सुधार किया जाता है। इसके तहत, विभिन्न क्षेत्रों में सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों के माध्यम से गरीबी की मुक्ति, शिक्षा, स्वास्थ्य, और रोजगार के अवसर प्रदान किए जाते हैं।

विशेषताएँ
राष्ट्रीय सेवा योजना (National Service Scheme - NSS) इसकी कुछ मुख्य विशेषताएं हैं:

1. स्वयं सेवा: यह योजना छात्रों को समाज में स्वयं सेवा के माध्यम से योगदान करने का अवसर प्रदान करती है।
2. सामाजिक संवाद: यह स्वयं सेवा कार्यों के माध्यम से सामाजिक संवाद और साझेदारी को प्रोत्साहित करता है।
3. स्वयं विकास: यह छात्रों के व्यक्तिगत और सामाजिक विकास को बढ़ावा देता है।
4. समर्थन: यह समाज में समर्थन और सहायता की भावना को बढ़ावा देता है।
5. सामाजिक जागरूकता: यह सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरण संबंधित मुद्दों पर छात्रों को जागरूक करता है।

यह योजना भारत सरकार द्वारा छात्रों के सामाजिक समर्थन और सामाजिक सेवा के माध्यम से राष्ट्र के विकास में योगदान करने के लिए शुरू की गई थी।

Subject 2 राष्ट्रीय सेवा योजना का प्रशासनिक ढाँचा एवं कार्यक्रम (Administrative Structure of NSS and Programmes)

राष्ट्रीय सेवा योजना का प्रशासनिक ढांचा और कार्यक्रम कुछ इस प्रकार हैं: -----

1. केंद्रीय सरकार की नेतृत्व: योजना की नीति तथा दिशा निर्धारण के लिए केंद्रीय सरकार जिम्मेदार होती है।

2. राज्य सरकारों का सहयोग राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रमों को राज्य सरकारों द्वारा संचालित किया जाता है, जो केंद्र से निर्देशित किए जाते हैं।

3. विभागीय गठन राष्ट्रीय सेवा योजना के लिए विभिन्न विभागों का गठन किया जाता है जैसे कि शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, ग्रामीण विकास आदि।

4. वित्तीय नियोजन कार्यक्रमों के लिए आर्थिक निधियों का प्रबंधन किया जाता है, जिसमें केंद्र और राज्य सरकारों के बीच वित्तीय समझौते शामिल होते हैं।

5. मॉनिटरिंग और अनुगमन कार्यक्रमों के प्रगति का नियमित मॉनिटरिंग किया जाता है और प्रभाव का अनुगमन किया जाता है, ताकि सुधार की जा सके।

6. जनता के सहयोग: योजना की सफलता में जनता का सहयोग और सहभागिता महत्वपूर्ण होती है, इसलिए उन्हें योजना के कार्यक्रमों में शामिल किया जाता है।

7. कार्यक्रमों का विस्तार कई क्षेत्रों में कार्यक्रमों का विस्तार किया जाता है, जैसे कि राष्ट्रीय रोजगार योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत अभियान आदि।

यह थे कुछ सामान्य प्रशासनिक ढांचा और कार्यक्रम जो राष्ट्रीय सेवा योजना के अंतर्गत लागू किए जा सकते हैं।


   और इसके अतिरिक्त, राष्ट्रीय सेवा योजना के कुछ कार्यक्रम निम्नलिखित हो सकते हैं: 🖊️

1. ग्रामीण विकास कार्यक्रम ग्रामीण क्षेत्रों में विकास को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाएं शामिल होती हैं, जैसे कि सड़क निर्माण, जल संसाधन का प्रबंधन, ग्रामीण बिजली पहुंच, आदि।

2. शिक्षा योजनाएं शिक्षा क्षेत्र में समान अवसर सुनिश्चित करने के लिए योजनाएं चलाई जाती हैं, जैसे कि मुफ्त शिक्षा, छात्रवृत्ति योजनाएं, स्कूल निर्माण आदि।

3. स्वास्थ्य योजनाएं स्वास्थ्य सेवाओं को प्राप्त करने में लोगों की सहायता के लिए योजनाएं चलाई जाती हैं, जैसे कि मुफ्त चिकित्सा सुविधाएं, बीमारियों की जांच और उपचार, और जनसंख्या कल्याण कार्यक्रम।

4. रोजगार योजनाएं रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए योजनाएं शामिल होती हैं, जैसे कि कौशल विकास योजनाएं, रोजगार मेले, और उद्यमिता की संवर्धन कार्यक्रम।

5. जल संरक्षण योजनाएं जल संरक्षण और प्रबंधन के लिए योजनाएं चलाई जाती हैं, जैसे कि जल संरक्षण अभियान, जल संरचनाओं का निर्माण, और जल संचयन तंत्रों का प्रवर्द्धन।

ये थे कुछ अतिरिक्त कार्यक्रम जो राष्ट्रीय सेवा योजना के तहत चलाए जा सकते हैं।


Subject 3 स्वास्थ्य एवं पोषण

स्वास्थ्य एवं पोषण क्षेत्र में राष्ट्रीय सेवा योजना के कुछ महत्वपूर्ण कार्यक्रम निम्नलिखित हो सकते हैं:

1. आरोग्य सहायता योजनाएं गरीब और वंचित वर्गों के लिए मुफ्त चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए आरोग्य सहायता योजनाएं शामिल हो सकती हैं।

2. मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य योजनाएं मातृत्व संबंधी सेवाओं का प्रदान, बाल स्वास्थ्य और पोषण के कार्यक्रम, और बच्चों के लिए वैक्सीनेशन कार्यक्रम शामिल हो सकते हैं।

3. पोषण योजनाएं गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए पोषण संबंधी योजनाएं, जैसे कि स्तनपान प्रोत्साहन, आहार संशोधन योजनाएं, और उपयुक्त पोषण सामग्री के वितरण का समर्थन किया जा सकता है।

4. जनसंख्या कल्याण कार्यक्रम परिवार नियोजन, गर्भनिरोधक के साधन प्रदान, और जनसंख्या संबंधी शिक्षा कार्यक्रमों का समर्थन किया जा सकता है।

5. विशेष रोग नियंत्रण कार्यक्रम खासकर ऐसे रोगों के लिए कार्यक्रम, जो समाज में अधिक प्रभावित करते हैं, जैसे कि एड्स, मलेरिया, टीबी, और डेंगू आदि।

ये कुछ उपाय हैं जो स्वास्थ्य एवं पोषण क्षेत्र में राष्ट्रीय सेवा योजनाओं के अंतर्गत किए जा सकते हैं।




Subject 4.  व्यक्तित्व-विकास

व्यक्तित्व-विकास क्षेत्र में राष्ट्रीय सेवा योजनाएं निम्नलिखित कार्यक्रमों के माध्यम से किए जा सकते हैं:

1. युवा उत्थान कार्यक्रम युवा वर्ग के लिए कौशल विकास, नौकरी प्रशिक्षण, और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए योजनाएं चलाई जा सकती हैं।

2. मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम आत्म-समर्थन, मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता, और मानसिक संतुलन को बढ़ावा देने के लिए कार्यक्रम शामिल हो सकते हैं।

3. कौशल विकास प्रोग्राम व्यक्तित्व विकास के लिए कौशल अभियान, लीडरशिप ट्रेनिंग, और सामाजिक कौशल विकास कार्यक्रम चलाए जा सकते हैं।
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4. स्वावलंबन योजनाएं व्यक्तित्व के संवर्धन के लिए उद्यमिता प्रोत्साहन, वित्तीय स्वावलंबन के कार्यक्रम, और रोजगार स्वावलंबन के योजनाएं शामिल होती हैं 

5. सामाजिक सेवा कार्यक्रम समाज सेवा के माध्यम से व्यक्तित्व विकास, सहायता, और समर्थन के लिए योजनाएं चलाई जा सकती हैं।

ये कुछ उपाय हैं जो व्यक्तित्व-विकास क्षेत्र में राष्ट्रीय सेवा योजनाओं के अंतर्गत किए जा सकते हैं। इनका मुख्य उद्देश्य होता है व्यक्तित्व के संवर्धन और समाज में सकारात्मक परिवर्तन को प्रोत्साहित करना।



Subject 5   विद्यार्थियों के सामाजि कर्तव्य, आचार व्यवहार एवं राष्ट्रीय युवा नीति
 
विद्यार्थियों के सामाजिक कर्तव्य, आचार-व्यवहार, और राष्ट्रीय युवा नीति के बारे में कुछ महत्वपूर्ण विचार निम्नलिखित हैं:

1. सामाजिक कर्तव्य विद्यार्थियों का सामाजिक कर्तव्य होता है कि वे समाज में सकारात्मक योगदान करें। इसमें स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण, समाज सेवा, और सामाजिक सद्भावना को बढ़ावा देना शामिल हो सकता है।

2. आचार-व्यवहार विद्यार्थियों को अच्छे आचार-व्यवहार को बढ़ावा देना चाहिए, जैसे कि शिष्टाचार, सहयोग, और समानता। ये गुण उन्हें स्वयं और अपने साथी विद्यार्थियों के बीच संबंधों में सहायक होते हैं।

3. राष्ट्रीय युवा नीति राष्ट्रीय युवा नीति का उद्देश्य युवा जनता के विकास और समर्थन kको प्रोत्साहित करना होता है। इसमें उनके रोजगार के अवसर, शिक्षा, और उनकी सामाजिक सुरक्षा को समाहित किया जाता है।

4. सामाजिक संबंध विद्यार्थियों को सही सामाजिक संबंध बनाए रखने की जरूरत होती है। इसमें परिवार, मित्र, और समाज के सदस्यों के साथ उचित संबंध बनाना और समर्थन करना शामिल होता है।

5. सामाजिक समर्थन विद्यार्थियों को अपने सामाजिक समर्थन को सहयोग और सहायता देना चाहिए, विशेष रूप से उन विद्यार्थियों को जो सामाजिक या शैक्षिक चुनौतियों का सामना कर रहे हों।

ये सभी मामले युवाओं के समाजिक एवं व्यक्तिगत विकास में महत्वपूर्ण होते हैं और राष्ट्रीय सेवा योजनाएं इन मामलों को प्रोत्साहित करने में मदद कर सकती हैं।

राष्ट्रीय युवा नीति - एक महत्वपूर्ण पहल है जो युवाओं के विकास और समर्थन को प्रोत्साहित करती है। इसका मुख्य उद्देश्य है युवा जनता के समृद्ध और सकारात्मक विकास को सुनिश्चित करना है। इस नीति के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों में युवाओं को सामाजिक, आर्थिक, और राजनीतिक मंचों में सक्रिय भागीदार बनाने का प्रयास किया जाता है। कुछ मुख्य आदान-प्रदान इस नीति में शामिल हो सकते हैं:

1. शिक्षा और प्रशिक्षण युवाओं को शिक्षा और प्रशिक्षण के माध्यम से कौशल विकास का समर्थन किया जाता है, ताकि वे आगे बढ़ने के लिए तैयार हो सकें।

2. रोजगार युवाओं को रोजगार के अवसरों और उनके विकास के लिए समर्थन प्रदान किया जाता है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो।

3. स्वास्थ्य और परिवार नियोजन युवाओं को स्वास्थ्य सेवाओं और परिवार नियोजन के अवसरों की सहायता प्रदान की जाती है।

4. सामाजिक सहायता युवाओं को सामाजिक सहायता और संरक्षण की सुविधा प्रदान की जाती है, ताकि उनका समूह मजबूत हो।

5. राजनीतिक सहभागिता युवा जनता को राजनीतिक प्रक्रियाओं में सक्रिय भागीदारी करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, ताकि उनकी आवाज समाज में सुनी जा सके।

राष्ट्रीय युवा नीति युवा जनता के विकास और समृद्धि के लिए एक महत्वपूर्ण और संवेदनशील पहल है। इसके माध्यम से युवा जनता को सक्रिय और सकारात्मक भारतीय समाज के साथी बनाने का प्रयास किया जाता है।



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